अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस पर विशेष जानकारी
अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस क्या है इस दिन का इतिहास कहां है महत्व क्या है और उसका मुख्य उद्देश्य क्या है और नशा रोकने के घरेलू उपाय विधिक जानकारी हम इस आर्टिकल के माध्यम से जाने की कोशिश करें।
क्या है अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस
अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस मतलब के जो लोको नशीली दवा दूर प्रयोग से पीड़ित लोगों जो नशा करते हैं।
उसे रोकने के लिए सामुदायिक और संगठनों के लिए किए गए प्रयास की याद में मनाई जता है ।
लोको को नसे कि बुरी बुरी आदतों से छुटकारा दिलाना या नशा नहीं करने कि ब्राह्मण करना एक खास दिवस की संगठन किए जाते हैं इस दिल।
अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस 26 जून को मनाए जता है।
इस दिन का महत्व और इतिहास
इस दिन का मुख्य महत्व है की जो लोगों को नशे की बुरी आदत लगी है उन्हें छुटकारा दिलाना और उसे सलाह देना नशा के बारे में और उसे ब्राह्मण और छुटकारा पाना इस दिन का महत्व है।
और इस दिन सबको सीख देता है कि नशा कभी नहीं करना चाहिए।
और इन दिन का इतिहास है 26 जून को आंतरिक नशा निरोग दिवस मनाया जाता है
और विविध स्थलों पर संगठन सामुदायिक माधव से सभी को सलाह दी जाती है जो लोग नशे में तमसो से उसे छोड़ने की सीख पाठ होता है
और किसी और को नशा नहीं करना चाहिए बस यही इस दिन का इतिहास
अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस मुख्य उद्देश्य और लक्ष्य ?
अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस मुख्य उद्देश्य नशीली दवा और नशीले पदार्थ का निवारण के लिए 26 जून को यह दिन मनाया जाता है।
और इसका निर्माण राष्ट्रीय महासभा में हुआ था। 7 डिसेबर 1987 उसको मानने निर्णय किया था।
और इसका मुख्य उद्देश्य है की नशीली दवा और नशीले पदार्थ से पीड़ित लोगों को छुटकारा पाना या लोगों को ब्राह्मण करना के नशे की बुरी हालत से दूर रहना।
और इश्क का मुख्य लक्ष्य है के देश में जो नशीली दवा और पदार्थ से जो पीड़ित लोगों है उसको छुटकारा पाना और नए लोगों को इस बुरी पदार्थ से नशीली दवा से दूर रहना सीख देता है और यह इसका लक्ष्य है।
इस दिन से जुड़े संगठनों और अभियानों की जानकारी?
इस दिन को संगठन और अभियानों विविध रैली निकालकर देश में नशा रोकने का संगठन किए जाते हैं।
और प्रयास किए जाते हैं आप नसेले नशीले पदार्थ से दूर रहो और लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए कभी अलग-अलग प्रकार के अभियान किए जाते हैं।
और इस दिन डिफरेंट डिफरेंट अभियान और संगठनों द्वारा लोको में जागरूकता फैलाने हैं के नशीले पदार्थ का निवारण के लिए।
विभिन्न प्रकार के नशे?
हमारे देश में लोको विभिन्न प्रकार के नशे नसे करते जैसे के, सिगरेट और तंबाकू का आमतौर पर हो गया है।
और इसके अलावा भी नसे करते हैं। जेसेके अफिन , चरस, गांजा , शराब और इस में घातक नसे ले पदार्थ इसमें शामिल है।
कई सारे प्रकार से लोगों नसे करते हैं ।
शारीरिक और मानसिक प्रभाव
कई सारे लोग पहले नशे की लग जाती है उसके बाद मानसिक प्रभाव और नशे की हालत में पिड़ाते रहते हैं और परेशान रहते हैं।
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नशा एक बुरी चीज है जिसको लगते हैं लगने के बाद वह बहुत पीड़ित होते हैं और मानसिक प्रभाव भी से बहुत परेशान रहते हैं।
शारीरिक रूप से आपको नशा की और नजर के प्रोडक्ट्स और पदार्थ से दूर रहना चाहिए।
नशा रोकने के घरेलू उपाय ?
नशा रोकने के घरेलू उपाय एक गिलास पानी लीजिए और इसमें एक नींबू का रस डालिए, 2 चम्मत सेब का सिरका, और 2 चम्मच शहद यह सब मिलकर दिन में एक से दो बार सेवन कीजिए।
इसका सेवन करने से नशा करने का मन नहीं करता है।
सरकारी और गैर-सरकारी प्रयास
सरकारी और गैर-सरकारी प्रयास नशीली दवा को लेकर सरकार बहुत जागरूकता फैल रही है ।
और बहुत सारा प्रयास भी कर रही है जिसमें आमतौर 272 जिलों में आमतौर पर 24 जून को अभियान चलाते हैं नशीली दवा से दूर रहने का।
परिवार और समाज की जिम्मेदारी
परिवार और समाज की जिम्मेदारी में सभी को इसके बारे में जागृत होना चाहिए और नशीली पदार्थ से दूर रहना चाहिए।
और नशीली पदार्थ से जो नशे कर रहे हैं वह लोग पीड़ित है उसे मना करने मना करने का जागरूकता और अभियान चलाना चाहिए यह सब की एक जिम्मेदारी है।
शिक्षा और जागरूकता कार्यक्रम
अभियान के दौरान शिक्षा और चालू का कार्यक्रम करने में आता है तभी सभी को यह सलाह दी जाती है।
कि तुम सभी लोग नशीले पदार्थ और नशीले दवा से दूर रहो और उसका सेवन कभी नहीं करना और जो लोग कर रहे हैं उसे भी मना करना और उसे सीख देते हैं।
तभी हर साल इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी लोगों को सीख देने का प्रयास और छोटा सा प्रयास करते हैं।
इस दिवस का भविष्य के लिए महत्व
इस दिन का भविष्य के लिए महत्व यह है कि व्यसनमुक्ती नशा मुक्त भारत बनाने का एक यह अभियान के तौर पर सरकार चलती है।
अलग-अलग संकट हो अलग-अलग अभियान के दौरान और रैली के दौरान सबको यह सीख देती है कि नशीले पदार्थ और नशीले से दूर रहो।