स्वतंत्रता दिवस 2024 के अवसर पर, दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने छत्रसाल स्टेडियम में ध्वज फहराया किया। इस मौके पर गहलोत ने दिल्लीवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि वह आजादी के 78 वर्षों बाद भी चुने हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल में होने से बेहद व्यथित हैं।
गहलोत ने केजरीवाल को ‘आधुनिक स्वतंत्रता सेनानी’ बताया और आरोप लगाया कि लोकतंत्र विरोधी ताकतों ने उन्हें रोकने के लिए साजिश की है।
लोकतंत्र विरोधी ताकतों ने CM को रोकने की साजिश की-कैलाश गहलोत
गहलोत ने अपने संबोधन में कहा कि अरविंद केजरीवाल ने बीमारी, बेरोजगारी, गरीबी, और अशिक्षा को दूर करने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए। इसीलिए, उनके अनुसार, लोकतंत्र विरोधी ताकतें उन्हें जेल में डालने की कोशिश कर रही हैं।
गहलोत ने यह भी कहा कि देश को बेरोजगारी, अशिक्षा और भ्रष्टाचार से मुक्ति देने के लिए स्वतंत्रता मिली थी, न कि चुने हुए मुख्यमंत्री को जेल में डालने के लिए।
कैलाश गहलोत ने झंडा फहरा
दिल्ली में झंडा फहराने को लेकर एलजी और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच विवाद बना रहा। शराब घोटाले के आरोप में जेल में बंद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एलजी को पत्र लिखकर आतिशी को झंडा फहराने की अनुमति देने की मांग की थी, जिसे ठुकरा दिया गया। अंततः कैलाश गहलोत के नाम पर स्वीकृति दी गई।
गहलोत ने भारतीय लोकतंत्र की मजबूती का उदाहरण देते हुए मनीष सिसोदिया की रिहाई का हवाला दिया और कहा कि भारतीय लोकतंत्र इतना मजबूत है कि उसे कोई भी ताकत कमजोर नहीं कर सकती।
इस महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना ने दिल्ली की राजनीति में एक नई परत जोड़ी है और भारतीय लोकतंत्र के सिद्धांतों पर नए सवाल खड़े किए हैं।