क्रिकेट की वजह से ये हीरो और हीरोइन करीब:कई तरह के खेलों पर फिल्में बनी हैं। इनमें क्रिकेट सबसे लोकप्रिय है, जिस पर बड़े पर्दे के लिए कई फिल्में बनी हैं। जब भी कोई क्रिकेट फिल्म रिलीज होती है, तो उसे दर्शकों का काफी प्यार मिलता है। आजकल फिल्मों में अक्सर वीएफएक्स तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। इस बीच हम आपको क्रिकेट की पहली फिल्म के बारे में जानकारी देंगे।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। क्रिकेट की वजह से ये हीरो और हीरोइन करीब: अगर देश भर में लोगों को चकाचौंध से परे किसी चीज से लगाव है, तो वह है क्रिकेट। इस खेल के प्रशंसकों में आम लोग ही नहीं, बल्कि मशहूर हस्तियां भी शामिल हैं।
क्रिकेट की वजह से ये हीरो और हीरोइन करीब
बॉलीवुड में क्रिकेट के अनगिनत दीवाने हैं। शाहरुख खान, शिल्पा शेट्टी और जूही चावला जैसे कई सितारे इस खेल के प्रति अपना जुनून दिखा चुके हैं। क्रिकेट के फाइनल को भी बड़े पर्दे पर शानदार तरीके से दिखाया गया है। क्रिकेट पर कई फिल्में बनी हैं और भविष्य में और भी फिल्में बनेंगी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हिंदी सिनेमा में सबसे पहले बल्ला किसने चलाया और कब चलाया?
क्रिकेट पर आधारित पहली फिल्म इसी साल रिलीज हुई थी।
क्रिकेट पर आधारित कई फिल्में बनी हैं, जैसे ‘जर्सी’, ‘एमएस धोनी’ और ’83’। हालांकि, इस बल्ले और गेंद के खेल पर आधारित पहली बॉलीवुड फिल्म 1959 में रिलीज हुई थी और इसका नाम था ‘लव मैरिज’। 65 साल पहले आई इस फिल्म में देव आनंद और माला सिन्हा ने रोमांटिक कहानी शेयर की थी।
देव आनंद के किरदार ने कई लोगों का दिल जीत लिया था।
फिल्म ‘लव मैरिज’ में देव आनंद और माला सिन्हा द्वारा निभाए गए किरदारों के बीच प्रेम कहानी दिखाई गई है, जो क्रिकेट की पृष्ठभूमि में शुरू होती है। फिल्म में देव आनंद ने क्रिकेट के दीवाने सुनील का किरदार निभाया है, जो रोजगार की तलाश में झांसी से मुंबई आता है। वह एक मकान मालिक के घर में रहता है, जिसकी एक बेटी गीता है, जिसका किरदार माला सिन्हा ने निभाया है।
यहां भी सुनील का क्रिकेट के प्रति जुनून बरकरार है और इसी खेल के चलते गीता भी सुनील से प्यार करने लगती है। देव आनंद और माला सिन्हा की रोमांटिक कहानी पर बनी यह फिल्म उस समय की सबसे सफल फिल्मों में से एक थी।